Category Archives: देश मेरा ….

सोने के चिड़िया था देश हमारा…सुवर्ण युग था भारत राष्ट्र का…हम कर्म को भूल गए….आलसी हो गए..बातूनी हो गए…भूल गए हम भगवान् शिव को जिन्हों ने समस्त ब्रह्मांड के कल्याण के लिए जहर पी लिया था… और सदैव संसार के माया से अलिप्त जीवन का अंतिम और सही निवास स्मशान को अपना घर बनाया..कैलास में बस के प्रकृति से अपना प्यार जताया , भौतिक सुख को उन्होंने कभी नहीं अपनाया, परिवार को उन्होंने कुदरत के गोद में बसाया …
वापस हमें देश को सोने के चिडिया बनाना है तो जीवन एम् हमें मूल्यों का निर्माण करना होगा …हमारा व्यक्तित्व पारदर्शी रखते हुए हर एक इंसान को ईश्वर का स्वरुप समझते हुए किसी भी प्रकार का भेदभाव पूर्ण व्यवहार से बचना होगा, “सर्वधर्म सम: सर्वधर्म मम:” के मंत्र द्वारा सारे धर्मो को उचित सन्मान देते है भातृभाव से जीना होगा और जीने देना होगा…!!

मोक्षदायिनी

भागीरथी को कह रहा है आज कोई शववाहिनी गंगा,शासक को बता रहे अपनी वाहवाही की खातिर बिल्ला_रंगा,देखो लालच में आए इंसान का दिखा रूप अढंगा,भूल गए सब मन यदि चंगा तो फिर कठौती में है गंगा याद आता है उन … Continue reading

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रामराज्य

सच में ही अपने देश में आया राम राज  है?गा रही है रूदाली हर गांव, सारी बस्तियां बस ताराज हैं रोटी की तो थी किल्लत पर, अब तो हवा भी नहीं आसान,खुशी दिख नहीं रही कहीं, चहेरे सब मायूस _नाराज़ … Continue reading

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जनगण

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जडीबूटी

एक भोली -सी उदासी, एक उजली – सी हंसी है,जिंदगी उम्मीद ओर हकीकत के पहियों के बीच फँसी है मालिक ने तो बनाया था जमीं को भी जन्नत जैसा,इस जन्नत को इंसानों की लालच की बला ही डंसी है महामारी … Continue reading

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स्वस्थ भारत

अब तो बाहर और भीतर से लडाई लडनी है,दुश्मन के दाँत खट्टे करने सीधी चढाई चढ़नी है, कोरोना के संक्रमण को रोकना है हर हाल में,मुँह पट्टी पहन, बार-बार हमें हाथ की सफाई करनी है रोजबरोज के व्यवहार में बनाई … Continue reading

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URI

हम #URI देख के खुशीयाँ मनाते रहे, वो #CRPF पे हमला करने का #plan बनाते रहे, हम #surgical #strike का गाना बजाते रहे वो #शहीदों की लाशों पे #दुश्मन को नचाते रहे हम #PDP के संग कश्मीर में अपनी सरकार … Continue reading

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गठरी

ख़्वाहिश है इतनी कि जिंदगी मेरी वतन के काम आए, और मरूँ तब माँ भारती तेरा तिरंगा कफन के काम आए जान की आहुतियाँ तो देते हैं बहुत अपने मक़सद के लिए, नमन उन्हें करता है जग, जो मानवता के … Continue reading

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सिलसिला

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विकास

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नोटबंदी- नियत

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