Monthly Archives: February 2019

दूरी

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मज़हब

राम -रहीम का नाम लेते ही हर चहेरे पे नूर हो जाए मज़हब की दूरियाँ कायम के लिए यूँ ही दूर हो जाए गिर जाए फिरका परस्ती की दिवारें और फैले भाईचारा तो दुनिया में मेरा हिंदोस्तान सब से मकदूर … Continue reading

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नियाज

मिलती नहीं तेरी नियत तेरे कारनामों से, आगाज़ बदल अल्फाजों और किरदार का मेल ही नहीं हैं आवाज़ बदल नहीं पहुँच रहे है सूर, बार बार दोहरा के भी रूह तक कुछ तो कमी होगी तेरी तालीम में थोडा रियाज … Continue reading

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URI

हम #URI देख के खुशीयाँ मनाते रहे, वो #CRPF पे हमला करने का #plan बनाते रहे, हम #surgical #strike का गाना बजाते रहे वो #शहीदों की लाशों पे #दुश्मन को नचाते रहे हम #PDP के संग कश्मीर में अपनी सरकार … Continue reading

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आबरु

तुम कोई मोहब्बत के फरिश्ते नहीं, इंसान हो, नबी जितने खुदा से रिश्ते नहीं करना है प्यार तो ताउम्र रूह और दिल से करो, मूझे तो पूरी रकम ही पसंद हैं, किश्तें नहीं वादा वही करता हुँ जिसे अंजाम तक पहुँचा … Continue reading

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कहीं और कर

छोड़ तेरी छंद की सूफियाना बातों को जज़्बात पे गौर कर, मिल ले गले, अना छोड के वरना मुलाकात कहीं और कर पाक है दामन मेरा, नहीं फंसा पाओगे इल्जाम लगा के, करनी है गुनाह की छानबीन, तो तहकीकात कहीं … Continue reading

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