Monthly Archives: December 2014

सरदार

भारत की एकता के लिए निभाई थी भूमिका असरदार आप ना होते तो १९४७ में देश क्षत-विक्षत हो जाता सरदार तोड़ नहीं पाये राष्ट को शाम-दाम-दंड-भेद से अंग्रेज भी आचार-विचार-व्यवहार आप के थे पौलाद की तरह दमदार सौंपी होती यदि … Continue reading

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फिदाईन

छोड़ के कलम यारों अब तो तालिबान -फिदाईन खेलते है … फेंको बस्ता कोने में नाजुक कंधो पे एके-४७ का भार झेलते हैं .. भूल जाते हैं की है नन्हें से मासूम फ़रिश्ते रहे है हम सब अब, बचाने जान … Continue reading

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વિશ્વસુંદરી

ઢાળી લો મૂર્તિ ગમે તે બીબા એ, આખરે તો માટી માં ભળવા ની ….. વિશ્વસુંદરી હો યા વીરાંગનાં, મોતે તો દફન થશે યા બળવા ની … ગુમાવીશ ના હોંસલો તૂટે અરમાન ને છૂટે સંગી સાથી યદિ જિંદગી ને તો આદત … Continue reading

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यारों

हम सब हैं यारो साथ अब हैं यारों .. गम से ना हारो यारों… हाथों में हाथ जब हैं यारों तो फिर आँखें क्यों नम है यारों गम से ना हारो यारों… हम सब हैं यारो ….साथ अब हैं यारों … Continue reading

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